अभिनव जी आप ने कमाल का पोस्ट किया है । खासकर जीवन और जीवन के बीच चलनेवाले टकरार के बीच आपने जो लिखा है बेमिसाल है । मुझे ये पक्तिया काफी अच्छी लगी एक साँस ले चुका...
मै जीवन और मृत्यु के बीच फंसी एक आत्मा हूँ we are dangling between the compulsions of life on the one and fears of death on the other hand its our soul which is facing all these dillemmas. (in ur words)
18 टिप्पणियां:
waah ji waah kya baat kahi aapne ... gahari thinking ka pata chalta hai sahi kaha ek saas liya ek saas baaki hai... bahot achhe...
arsh
सुमन जी की कविता ""सांसों का हिसाब दो "" की याद दिलादी अभिन्न जी /
एक साँस ले चुका...एक साँस बाकी है....
मै जीवन और मृत्यु के बीच फंसी एक आत्मा हूँ
Wah sureji, kitna gahera marm hai inn panktiyon mai... bahot khoob....
एक साँस ले चुका...एक साँस बाकी है....
मै जीवन और मृत्यु के बीच फंसी एक आत्मा हूँ
Wah sureji, kitna gahera marm hai inn panktiyon mai... bahot khoob....
अभिनव जी आप ने कमाल का पोस्ट किया है । खासकर जीवन और जीवन के बीच चलनेवाले टकरार के बीच आपने जो लिखा है बेमिसाल है । मुझे ये पक्तिया काफी अच्छी लगी
एक साँस ले चुका...
एक साँस बाकी है....
दो सांसों के बीच मैं
अटका हुआ अस्तित्व मेरा
मै मुर्दा भी नही
no comments.... ;)
ispe ab kya kahu... samaj nahi aa raha h... :(
bahut hi ghehrayi ki baat or seedhe saral shabdko ka prayog...
:)
मै जीवन और मृत्यु के बीच फंसी एक आत्मा हूँ
we are dangling between the compulsions of life on the one and fears of death on the other hand its our soul which is facing all these dillemmas. (in ur words)
i agree with you.
Regards
एक साँस ले चुका...
एक साँस बाकी है....
दो सांसों के बीच मैं
अटका हुआ अस्तित्व मेरा
मै मुर्दा भी नही ..................
अभी दूसरी साँस लेनी बाकी है
मै जीवन और मृत्यु के बीच
फंसी एक आत्मा हूँ
जिसने कभी मोक्ष नही चाहा
बहुत अच्छी रचना ....!!
ek saans le chuka ek saans baaki hai
bohot khoob
very nice yaar
chek my blog plzz
kaise ho janaab.... bahot dino se gaayab ho kahan ho aap????/
arsh
Kaphi sundar aur arthpurna.Badhai.
kyaa baat hai bhaayi saahab....!! bahut himmat hai aapme....!!
Padhne to aapki rachnayen aayee thee...bohot dinose aapke blogkaa link kho chukee thee..lekin slide show dekha to apnee "Fiber Arts" ke istemaalse banee kuchh tasveeren aankhonke saamne ghoom gayeen...kuchh to load kee huee hain," Fiber art" is blogpe...lekin thodeehee...samay mile to zaroor padharen...
Aur haan...zindagee haihee do saanson ke beechkaa fasla...kaunsi aakharee hogi kisne jana?
आप का ब्लोग मुझे बहुत अच्छा लगा और आपने बहुत ही सुन्दर लिखा है ! मेरे ब्लोग मे आपका स्वागत है !
kya bhaiya.... 'saans' kahaan atak gayi aajkal..??? kuchh naya nhi aya blog par kaafi dino se... kya baat hai..???
पहली बार आपका ब्लोग देखा बहुत अच्छा लगा मार्मिक लाजवाब अभिव्यक्ति है आभार्
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