
तुम मिले तो ये एहसास हुआ,
कितना अधूरापन था, तेरे बगैर।
दिल जब तेरे दिल के पास हुआ,
कितना आवारापन था,तेरे बगैर ।
जिंदगी में जब कभी हताश हुआ
कितना बेगानापन था,तेरे बगैर ।
मुझे मुक्कमल होना रास हुआ ,
कितना अधुरा जीवन था,तेरे बगैर।
तेरे लफ़्ज़ों से लगाव खास हुआ,
कितना बेमानी जीवन था, तेरे बगैर।
मेरे हिस्से का भी मधुमास हुआ,
कितना सुखा उपवन था,तेरे बगैर।