गुरुवार, जून 30

रहस्य









क्या गुमसुम रहना तेरी प्रकृति है ?



क्या चिंताओं के मानचित्र को



तेरा ही चेहरा मिला पृष्ठभूमि के लिए



क्यों नही ? मुस्करा के इस रहस्य से



परदा उठा देते हो तुम,



कब तक मोनालिसा की भांति



रहस्य में लिपटी रहोगी तुम



उन आंखों के पानी का क्या हुआ ?



धरती के जल भंडारों की तरह



विलुप्त हो गया कहीं ?

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

jazbaat hai....


http://teri-galatfahmi.blogspot.com/

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

उन आंखों के पानी का क्या हुआ ?

धरती के जल भंडारों की तरह

हो गया विलुप्त कहीं ????

हूँ ...सहते सहते आँखों का पानी भी सूख ही जाता है......