गुरुवार, सितंबर 25

"कुर्बान"

"कुर्बान"

ये दिल तुम पर ये जान तुम पर,
हर खवाहिश मेरी कुर्बान तुम पर,
और बचा ही क्या अब पास मेरे ,
लुटा दी अपनी पहचान तुम पर,
घर की फिक्र क्या अब करे कोई,
आया ये दिल दिल के मेहमान तुम पर,
तमन्ना न रही कोई, चाहत न आरजू ,
खवाहिशे तुम पर लुटे अरमान तुम पर,
गुजर रहा है एक एक लम्हा तुमसे ही,
अब तो लुटे ये जिन्दगी ये ,
"जान भी तुम पर ..."

14 टिप्‍पणियां:

"अर्श" ने कहा…

bahot hi sundar aur saral kalpana hai ,achhi bat likhi hai aapne....sundar rachana k liye aapko hardik badhai.....



regards

seema gupta ने कहा…

"beautiful expressions with sentiments"

Regards

Vinay ने कहा…

बहुत ख़ूब साहब, वाह!

रंजना ने कहा…

प्यार की पाकीजगी यही होती है.बहुत ही सरलता और सुन्दरता से उकेरा है आपने.

मीत ने कहा…

bahut khoob kya bat hai...
jari rahe..

* મારી રચના * ने कहा…

iss kurbaani ko salaam... bahut hi sundar likha hai apane sureji

मनीषा ने कहा…

very emotional expression with good command over words selection.
if u change the colour scheme then it would be better ....for visitiors

shelley ने कहा…

दिल तुम पर ये जान तुम पर,

हर खवाहिश मेरी कुर्बान तुम पर,

और बचा ही क्या अब पास मेरे ,

लुटा दी अपनी पहचान तुम पर,

bahut khub.

बेनामी ने कहा…

nice post

checkout mine placeofloves.blogspot.com

गौतम राजऋषि ने कहा…

...हौसलाअफ़जाई के लिये हृदय से शुक्रगुजार हूँ.सब गुरु का आशिर्वाद है,
....आपकी आज ढेरों रचनायें पढ़ी बैठ कर.मजा आ गया.इतने सुन्दर भावों को उतने ही सुन्दर शब्दों में सजाने की महारत ये आपकी-क्या कहू...
शुभकामनायें

Straight Bend ने कहा…

Tareef ka shukriya .. :)

Navratri/Durga ka asar tha heheh :)

jyoti saraf ने कहा…

bahut accha koi kisi ko saccha pyar kare to uski hadd yahi hogi

अनुपम अग्रवाल ने कहा…

उम्मीद है आप इसी तरह दिल लुटाते रहेंगे .
शुभकामनाएं

Urmi ने कहा…

आपके सुंदर पंक्तियों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! बहुत दिन हो गया अपने कुछ नया पोस्ट नही किया! आपके नए कविता के लिए मैं इंतज़ार कर रही हूँ!
बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने!